जब मैं यह पत्र लिख रहा हूँ, मैं शब्दों से ज़्यादा तुम्हारी उपस्थिति को महसूस कर रहा हूँ। तुम्हारा साथ मेरे जीवन में एक स्थिर स्वर जैसा है, जो हल्के स्वर में, पर लगातार मेरे भीतर गूंजता है। मैं जानता हूँ कि इस समय तुम बहुत सारी ज़िम्मेदारियों से घिरी हुई हो—अपना शोध, पारिवारिक दायित्व, और आत्मनिर्भरता की तमाम कसौटियाँ। मैंने तुम्हारे श्रम को दूर से देखा है, और यह भी महसूस किया है कि तुम अपनी यात्रा को कितनी गरिमा और संकल्प के साथ निभा रही हो।