सत्यार्थ यात्रा: एक संक्षिप्त परिचय
Let's Break Free!!!
I have been troubled with social, political, economic factors that has been degrading the life of We, the People of India. I found that individuals in their respective familial settings, along with personal experiences & dynamics are too tormented to remain sane, particularly the youth of the country.
Public Trusteeship
Video Chapter #4: स्व+राज (Self-Rule)
“स्वराज,” एक ऐसा शब्द है जो हमारी आज़ादी की लड़ाई के दौरान उभरा, लेकिन इसका अर्थ केवल राजनीतिक स्वतंत्रता तक सीमित नहीं है। संस्कृत के दो शब्दों से मिलकर बना है स्व और राज। स्व यानी स्वयं और राज यानी शासन। इस तरह, स्वराज का अर्थ हुआ—‘स्वयं का शासन’। “स्वराज” की कल्पना सबसे पहले लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक ने की थी, जिन्होंने इसे हमारे जन्मसिद्ध अधि
Video Chapter #2: जीव + अर्थ + शास्त्र (जीवर्थशास्त्र)
चाहे वह आधुनिक लोकतंत्र हो, आदिवासी सभ्यता, या फिर ब्रिटिश राज—किसी भी सामाजिक या राजनैतिक व्यवस्था के सुचारू संचालन के पीछे एक समृद्ध अर्थशास्त्र की अनिवार्यता अटल है। हुमा इहलोक ही नहीं, स्वर्गलोक भी अर्थ की इस समस्या से विचलित है। वैदिक युग के पुरंदर, इंद्र! कलयुग में ना जाने कहाँ विलीन हो गए?
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